۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
समाचार कोड: 383231
9 अगस्त 2022 - 19:29
दिन की हदीस

हौज़ा / हज़रत इमाम अली (अ.स.) ने एक रिवायत मे नही अज़ मुनकर के महत्व को बयान किया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित हदीस को "तहजीब-उल-अहकाम" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال امیرالمومنین علیهِ السلام:

مَن تَرَكَ إنكارَ المُنكَرِ بقَلبِهِ ويَدِهِ ولِسانِهِ فهُوَ مَيِّتٌ بَينَ الأحياءِ

हज़रत इमाम अली (अ.स.) ने फ़रमाया:

जो कोई भी मुनकर (बुराईयो) के मुकाबले मे अपने दिल, हाथ और जीभ से एतराज़ नहीं करता है, तो वह जीवितों में मृतकों के समान है।

तहज़ीब उल- अहकाम: भाग 6, पेज 181, हदीस 374

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