हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,मोहर्रम की 21 तारीख को खोजा शिया जमाअत बारगाह बाबुल मुराद सूरत गुजरात में मौलाना कर्रार खांन ग़दीरी ने एक मजलिस को संबोधित करते हुए कहा कि हज़रत रसूल स.ल.व.व.उम्मत के हवाले कुरआन और अहलेबैत अ.स. को हवाले किए थे जो आज भी कुरआने करीम के सूराह और आयात हमारे लिए हुज्जत हैं।
उन्होंने कहा कि कुरआन की तिलावत करने वाला कुरान शरीफ हिफज़ करने वाला या कुरआन की तिलावत करने वाला हमारे लिए हुज्जत नहीं हैं हमारे लिए हुज्जत अंबिया सालेहीन और अईम्मा अ.स.ही हैं, और उसी तरह से किताबों में कुरआन शरीफ हमारे लिए हुज्जत है हमको हर काम कुरआन और अहलेबैत के बताए हुए कानून के एतबार से चलकर अमल करना हैं।