हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "अलकाफी" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الصادق علیه السلام
مَنْ فَارَقَ جَمَاعَةَ اَلْمُسْلِمِينَ فَقَدْ خَلَعَ رِبْقَةَ اَلْإِسْلاَمِ مِنْ عُنُقِهِ.....
हज़रत इमाम जफार सादिक अ.स.ने फरमाया:
जो आदमी मुसलमानों की जमआत से जुदा हो जाए और अपने रहबर से बचन को तोड़ दे!वह अल्लाह तआला कयामत के दिन उसको इस हालत में उठाएगा कि उसके हाथ कटे होंगें।
(हाथ कटे होने का मतलब यह है कि उसके हाथ में ऐसी कोई चीज़ नहीं होगी जो इसकी निजात का सबब बन सके)
अलकाफी,भाग 1,पेंज 405