हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इस रिवायत को "नहजुल फसहा" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول الله صلی الله علیه وآله وسلم
اِذا رَاَيْتَ مِنْ اَخيكَ ثَلاثَ خِصالٍ، فَارْجُهُ: اَلْحَياءُ وَ الاَْمانَةُ وَ الصِّدْقُ؛
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
जब भी आप अपने दीनी भाई में यह गुण देखें हया,अमानत दारी और सच्चाई को देखो तो इससे अच्छी उम्मीद कायम रखो
नहजुल फसहा,हदीस नं 305