हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,मरजए मुसलेमिन व जहाने तशय्यो ह़ज़रत आयतुल्लाह अल उज़मा अलह़ाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी दाम जिललो हुल्-वरिफ़ ने फरमाया, हज़रत इमाम मेंहदी (अ.ज.) हर एक की आशा हैं,
हर क़रीब और दूर के लिए ध्यान का केंद्र हैं,बल्कि हज़रत आदम (अ.स.) से लेकर आज तक के तमाम सालेहीन की नज़रें उसी इमाम (अ.ज.) की तरफ़ लगी हुई हैं और वह हर पाकीज़ा (पवित्र) दिल की धड़कनों में महफ़ूज हैं।