हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "दस्तूर मालिम अलहुकम" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال امیرالمومنین علیه السلام
اللّه َ اللّه َ عبادَ اللّه ِ قَبلَ جُفوفِ الأقلامِ ، و تَصَرُّمِ الأيّامِ ، و لُزومِ الآثامِ ، و قَبلَ الدَّعوَةِ بِالحَسرَةِ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
अल्लाह तआला को मद्देनज़र रखें,खुदा को ए
बंदों इससे पहले की कलम काम करना छोड़ दें! और गुनाह लाज़िम व हत्मी हो जाए और इसी तरह अफसोस व हैरत के आ जाने से पहले (अल्लाह तआला को मद्देनज़र रखें)
दस्तूर मालिम अलहुकम,78