۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
नजफ

हौज़ा/पाकिस्तान से आए मोमेनीन ने हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा अलह़ाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी से उनके केन्द्रीय कार्यालय नजफ़ अशरफ़ में मुलाकात की,इस बैठक में मरज ए आली क़द्र ने मोमेनीन से फरमाया कि अगर शिया एकजुट हो जाए तो ग़दीर को दुनिया में लागू किया जा सकता हैं,

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,पाकिस्तान से आए मोमेनीन ने हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा अलह़ाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी से उनके केन्द्रीय कार्यालय नजफ़ अशरफ़ में मुलाकात की,इस बैठक में मरज ए आली क़द्र ने मोमेनीन से फरमाया कि अगर शिया एकजुट हो जाए तो ग़दीर को दुनिया में लागू किया जा सकता हैं।

इस मुलाक़ात में मरज ए आली क़द्र ने ईद ग़दीर के महत्व को समझाया और कहा कि ग़दीर की रक्षा इस्लाम की रक्षा है।

ग़दीर का दिन अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली अ:सं. की ज़ियारत का दिन है और यह दिन अहल अलबैत अ:स के चाहने वालों के लिए ईद अकबर है।

मरज ए आली क़द्र ने इस बात पर ज़ोर दिया कि अगर सभी शिया एकजुट हो जाएं, तो ग़दीर को दुनिया में लागू किया जा सकता है।

इसलिए जरूरत है कि हम ला इलाहा इल्ललाह मुह़म्मद रसूलुल्लाह अली वली अल्लाह के नारे के साथ एक मंच पर इकट्ठा हों और ग़दीर की रक्षा करें और इसे न भूलें।

अंत में मरज ए आली क़द्र ने सामान्य रूप से सभी मोमेनीनऔर विशेष रूप से ज़ाएरीन के लिए दुआ की और सभी का शुक्रिया अदा किया

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