हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,भारत और पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडलों ने नजफ़ अशरफ़ में उनके केन्द्रीय कार्यालय में हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा अलहाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी से मुलाकात की।
इस मुलाकात में मरज ए आली क़द्र ने ज़ाएरीन को सलाह दी और कहा कि ज़ियारत करने के बाद आपको कैसे पता चलेगा कि आपकी ज़ियारत क़ुबूल हो गई है ?
इस सवाल का जवाब देते हुए मरज ए आली क़द्र ने कहा कि ज़ियारत के बाद आपके चरित्र में एक सकारात्मक बदलाव आपकी ज़ियारत की स्वीकृति का संकेत है।
इसके अलावा, मरजा अली क़द्र दाम ज़ुला अल वारिफ़ ने कहा कि अगर लोग आपसे पूछें कि ज़ियारत के बाद आपके चरित्र में सकारात्मक बदलाव आया है, आप पहले ऐसे नहीं थे, अब आप बदल गए हैं? आपको किसने बदला? तो आप कहें के मुझे उस इमाम हुसैन अ स ने बदला है जिन्होंने हज़रत हूर (अ.स.) को बदला था।
अंत में मरज ए आली क़द्र ने जोर देते हुए कहा कि ज़ियारत के बाद हमारे चरित्र में एक सकारात्मक बदलाव की आवश्यकता है ताकि हमें पता चले कि हमारी ज़ियारत को स्वीकार कर लिया गया है।
दूसरी ओर, प्रतिनिधिमंडलों ने अपना कीमती समय देने के लिए मरज ए आली क़द्र का आभार व्यक्त किया,