हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "गेरारूल हिकम" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال أمیرالمؤمنين علیه السلام
ما حُفِظَتِ الاُخُوَّةُ بِمِثلِ المُواساةِ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
कोई भी चीज़ भाईचारे के बंधन को इतना महफूज़ नहीं रखती जितना की प्यार मोहब्बत और एक दूसरे की मदद करने से होता हैं।
गेरारूल हिकम,भाग 6,पेंज 74