हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,तेहरान के इमाम ए जुमआ आयतुल्लाह अहमद ख़ातेमी ने स्वेडन में सरकार के संरक्षण में कुरआन की दोबारा बेअदबी किए जाने के मुद्दे का ज़िक्र करते हए कहा कि मुस्लिम देशों को चाहिए कि स्वेडन की सरकार को माफ़ी मांगने पर मजबूर कर दें।
सिलवान मोमिका नाम के एक चरमपंथी व्यक्ति ने गत 28 जून को स्टाकहोम में क़ुरआन की बेअदबी की जबकि उसने गुरुवार को भी यही घटिया हरकत दोहराई।
तेहरान की नमाज़े जुमआ के ख़तीब आयतुल्लाह सैयद अहमद ख़ातेमी ने कहा कि अगर कहीं कोई दीवाना कोई हरकत कर बैठे तो हम उस देश की सरकार को ज़िम्मेदार नहीं ठहराते मगर स्वेडन का मसला यह है कि वहां की पुलिस इस घटना हरकत को संरक्षण दे रही है।
आयतुल्लाह ख़ातेमी ने कहा कि हम इराक़ की जनता की सराहना करते हैं जिसने स्वेडन के राजदूत को भागकर अमरीकी दूतावास में शरण लेने पर मजबूर कर दिया। घटिया हरकत करने वालों को पता चलना चाहिए कि क़ुरआन की बेअदबी की भारी क़ीमत चुकानी पड़ती है।