۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
रहबर

हौज़ा/सामाजिक मंच पर अवाम की मौजूदगी बहुत अहम है, आप देख रहे हैं कि छोटे-बड़े शैतान, लोगों को गुमराह करने की कोशिश में हैं बड़े पैमाने पर फैले मीडिया के ज़रिए जिसने अब हर तरह की बातों, हर तरह के झूठ को आम कर देना, हर ग़लत बात को अच्छा दिखाना और उसका औचित्य पेश करना, बहुत आसान कर दिया है, हर दम समाज की मानसिकता की तह में कोई न कोई बात उतारते रहना, उनका पेशा बन गया हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,सामाजिक मंच पर अवाम की मौजूदगी बहुत अहम है, आप देख रहे हैं कि छोटे-बड़े शैतान, लोगों को गुमराह करने की कोशिश में हैं।

चूंकि सामाजिक मंच पर अवाम की मौजूदगी बहुत अहम है, आप देख रहे हैं कि छोटे-बड़े शैतान, लोगों को गुमराह करने की कोशिश में हैं जैसा कि उनके सरग़ना ने कहा था और मैं सबको गुमराह करूंगा” (सूरए हिज्र, आयत-39 और सूरए साद, आयत-82) वह हर दम गुमराह करने में लगे रहते हैं,

बड़े पैमाने पर फैले मीडिया के ज़रिए जिसने अब हर तरह की बातों, हर तरह के झूठ को आम कर देना, हर ग़लत बात को अच्छा दिखाना और उसका औचित्य पेश करना, बहुत आसान कर दिया है, हर दम समाज की मानसिकता की तह में कोई न कोई बात उतारते रहना, उनका पेशा बन गया है।

अवाम को गुमराह करते रहते हैं। “और मैं सबको गुमराह करूंगा” (सूरए हिज्र, आयत-39) ताकि लोगों को, उनके ईमान, उनके विश्वास, उनकी उम्मीद और उनके आत्म विश्वास से दूर कर दें और उनको मायूस कर दें ये वे काम हैं जो दुश्मन कर रहे हैं। 
इमाम ख़ामेनेई 


 

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