۱ آذر ۱۴۰۳ |۱۹ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 21, 2024
अली हाशिम

हौज़ा/मौलाना सैयद अली हाशिम आबिदी ने कहा कि वर्तमान समय में जिसमें हम कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, इस्लामी एकता, विशेष रूप से आस्था की एकता बहुत आवश्यक है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, मौलाना सैयद अली हाशिम आबिदी ने मुंब्रा-पुलिस स्टेशन/बैत हमाद खान कंपाउंड शिल फाटा मुंब्रा में शुक्रवार को उपदेश देते हुए कहा कि किसी व्यक्ति की सफलता केवल विश्वास और पवित्रता से ही संभव है। अल्लाह ने इंसान को पैदा किया, उसे नेमतों से नवाज़ा, और आख़िर में इंसान को उसके सामने आना ही होगा जहां नेमतें गिनी जाएंगी, यहां तक ​​कि शारीरिक अंग, आंखें, कान, जीभ, हाथ और पैर भी गिने जाएंगे, जब क़यामत का दिन आएगा फैसला आता है, जिस दिन ये अंग खुद इंसान के खिलाफ गवाही देंगे, तब इंसान समझ जाएगा कि जिन्हें वह अपना दायित्व समझता था, वे उसके नहीं थे, बल्कि भगवान का आशीर्वाद था, जिसका हिसाब लिया जा रहा है।

मौलाना सैयद अली हाशिम आबिदी ने कहा कि हम जिन मौजूदा कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, उनमें इस्लामी एकता, विशेषकर आस्था की एकता बहुत जरूरी है। पवित्र कुरान का लगातार अपमान किया जा रहा है, कभी ईश्वर के वचन पर हमला किया जा रहा है तो कभी ईश्वर के घर पर हमला किया जा रहा है, इसलिए यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम कुरान को सार्वजनिक करें, धर्म सीखें और उसका पालन करें क्योंकि इसमें ही नेजात है।

ज्ञात हो कि देश के युवाओं की धार्मिक और समसामयिक शिक्षा के लिए मुंबई के सक्रिय विद्वान और उपदेशक मौलाना सैयद फरमान अली मौसवी ने 2016 में अंजुमन सरुल्लाह की स्थापना की, जिसके तहत मुंबई और ठाणे के विभिन्न क्षेत्रों में केंद्र स्थापित किए गए। स्थापित किये जा रहे हैं. बैत अल-हमद केंद्र अंजुमन सरुल्लाह की देखरेख में धार्मिक और समकालीन शैक्षिक सेवाओं में भी सक्रिय है।

टैग्स

कमेंट

You are replying to: .