हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "बिहारूल अनवार" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الجواد علیہ السلام
إِیَّاکَ وَ مُصَاحَبَةَ اَلشَّرِیرِ فَإِنَّهُ کَالسَّیْفِ یَحْسُنُ مَنْظَرُهُ وَ یَقْبُحُ أَثَرُهُ.
हज़रत इमाम जवाद अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
बुरें और बदकिरदार लोगों की दोस्ती से बचों,क्योंकि उसका रूप तलवार के समान सुन्दर होता है परन्तु अन्दर और प्रभाव बहुत बुरा होता हैं।
बिहारूल अनवार,भाग 17,पेंज 214