हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार , मुंबई/ अलबाकी ऑर्गेनाइजेशन शिकागो अमेरिका की ओर से जन्नतुल बाकी और जन्नतुल मुअल्ला में टूटी हुई कब्रों पर सऊदी शासन से रौज़ा ए मुकद्दस का पुनर्निर्माण करने के लिए मुफ्ससीरे कुरआन मौलाना सैयद महबूब मेंहदी आब्दी नजफी की अध्यक्षता में एक भव्य अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया।
इस प्रोग्राम की शुरुआत मौलाना मेहबूब मेंहदी आबिदी के अध्यक्षीय भाषण से हुई मौलाना मौसौफ़ ने अलबाक़ी ऑर्गेनाइजेशन शिकागो अमेरिका के लक्ष्यों और उद्देश्यों को विस्तार से बताया और कहा कि आज का सम्मेलन बाक़ी के साथ-साथ जन्नतुल मु्ल्लाह के रौज़ो के निर्माण की मांग को लेकर हो रहा है।
हजरत खदीजा की वफात के मौके पर उन्होंने कहा कि,हम सभी जानते हैं कि हज़रत खदीजा स.ल. ने बलिदान दिया उन्होंने सारी संपत्ति इस्लाम के नाम पर लुटा दिया, लेकिन आज उनकी कब्र बगैर साया के है क्या यही एहसान का बदला है?
अंतर्राष्ट्रीय मशहूर शायर जनाब नज़ीर बकरी साहब ने अपनी कविता के माध्यम से ध्वस्त रौजो के निर्माण के विरोध में आवाज़ उठाई और कहा कि फरमाया कि यह सोचकर हमारी तरफ आना है ए अजल,जिंदा है
हम बाकी के तामीर के लिए,
तामीर तो इमाम करेंगे बाकी की,
मज़दूर हमको बनना है ताबीर के लिए,
ख्वाजा गरीब नवाज़ के रौज़े का प्रतिनिधित्व करते हुए, बेहतरीन खतीब अहले सुन्नत मौलाना सैयद कामरान चिश्ती ने कहा कि पुनर्निर्माण से जुड़ना हमारे लिए सम्मान की बात है फिलिस्तीन के युद्ध से हमने देख लिया अरब की हकीकत, हम मांग करते हैं कि जन्नतुल बक़ी का जो मस्जिदें तोड़ी गई हैं, उनका दोबारा निर्माण कराया जाए।
मौलाना कल्बे जावद नक्वी इमामे जुमआ लखनऊ ने अपनी ज्ञानवर्धक भाषण में कहा कि अलबाकी ऑर्गेनाइजेशन शिकागो अमेरिका के लिए अद्भुत काम कर रहा है, कुछ लोगों ने बाकी के रौज़ों को ध्वस्त कर दिया,यह बेचारे शिर्क शिर्क करके एहतेराम कब्र को हराम कहते हैं शिर्क का अर्थ है किसी को अल्लाह के बराबर करना हैं।
कितनी अजीब बात है कि जिस सरकार ने मस्जिदों को विधर्मी बताकर ध्वस्त कर दिया है आज वही सरकार वहा शराब की दुकान खुला रही है जुए का अड्डा बना रही हैं।
जौनपुर शहर से ताल्लुक रखने वाले मशहूर अलिमेदीन मौलाना सफदर जै़दी ने अपने साहसिक भाषण में कहा कि अगर बाकी के निर्माण के लिए मेरे जीवन की आवश्यकता होगी, तो मैं इसके लिए तैयार हूं क्योंकि जन्नतुल बाकी में मेरी मां की टूटी हुई कब्र है, और मदीने में बेटी की कब्र किस हालत में है यह हम सब अच्छी तरीके से जानते हैं।
पुणे शहर से आए मौलाना असलम रिज़वी ने कहा कि खुदा किसी कौम की हालत तब तक नहीं बदलता, जब तक वह अपनी हालत खुद ना बदले, आज जन्नतुल बाकी और जन्नत मुअल्लाह में इस्लाम की अहम शख्सियत की कब्रें वीरान हैं यह दुखद दृश्य अब हमें देखा नहीं जाता पुन निर्माण के लिए हम सबको मिलकर दुआ करनी चाहिए और मांग करनी चाहिए
उन्होंने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि मौलाना महबूब मेहदी आब्दी नजफ़ी और उनकी टीम को एक दिन सफलता मिलेगी।
मौलाना अली अब्बास वफा एडिटर एसएनएन चैनल हमेशा की तरह उत्कृष्ट प्रबंधन के माध्यम से कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
एडिटर एसएनएन चैनल, इमामे अस्र ऑफिशियल औरंगाबाद और कई यूट्यूब चैनल ने इस कांफ्रेंस को लाइव प्रसारण किया और कॉन्फ्रेंस में भाग लेने वाले उलेमाओं का संदेश घर घर तक पहुंचाया।