हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,लखनऊ शनिवार 29 अप्रैल सऊदी में 8, शव्वाल के दिन सऊदी हुकूमत द्वारा जन्नतुल बकी कब्रिस्तान मदीना में रसूल-ए-इस्लाम (स.अ) की इकलौती बेटी जनाबे फातिमा (स.अ) और चार इमामों के रौजों को ध्वस्त कर दिया गया था,जिसको इस साल 100 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं।
पूरे देश में हर साल इसके विरोध में विशाल प्रदर्शन होते आ रहे है। और हर साल सऊदी हुकूमत से यह मांग की जाती है कि वह मदीना में रौजों का पुनः निर्माण कराये। इसी के विरोध में हर साल की तपह इस साल भी वरिष्ठ शिया मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास की तरफ से सऊदी हुकूमत के खिलाफ एक विशाल प्रर्दशन (एहतिजाज) आज शहीद स्मारक लखनऊ में आयोजित किया गया
जिसमें देश भर से शिया मुस्लिम उलेमा, मौलाना मीसम जैदी , मौलाना सायम मेंहदी ,मौलाना जाफर अब्बास ,मौलाना एजाज अथर व दर्जनों मौलाना उपस्थित रहे और दर्जना मातमी अंजुमनें, व बुद्धिजीवी और हजारों की संख्या में श्रद्धालू सम्मिलित हुए और सऊदी हुकूमत के खिलाफ नारे बाजी की गयी और मौलाना एजाज अथर द्वारा मसायब पड़े गये जिसको सुनकर लोगों ने गिरया किया और अन्त में जियारत पड़ाई गयी ।
और इससे पहले वरिष्ठ शिया मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास की तरफ से सऊदी हुकूमत के खिलाफ 5 मार्च को लखनऊ के इमामबाडे में सऊदी अरब में हजरत मोहम्मद साहब की बेटी जनाबे फातिमा के मजार के पुनर्निर्माण को लकर और शिया समुदाय पर हो रहे पूरी दुनिया में जुल्म के खिलाफ एक जलसे को आयोजन किया गया जिसमें हजारो लोगों ने बड़चड़ के भाग लिया था
मौलाना यासूब अब्बास ने बताया कि बड़े शर्म की बात है कि सऊदी शासक अपने बड़े बड़े महलों में रह रहे हैं लेकिन जिनका वह कलमा पढ़ते हैं उनके रसूल की बेटी की कब्र खुले आसमान के नीचे है बहुत अफसोस की बात है कि सऊदी हुकूमत जिस रसूल का कलमा पढ़ती है उसकी बेटी की कब्र पर आज तक कोई साया नहीं है।मौलाना ने सऊदी अरब हुकूमत से मांग की है
कि या तो जन्नतुल बकी मदीने में निर्माण कराए या हमको इजाजत दें कि हम वहां जाकर मजारों का पुनः निर्माण करें। मौलाना ने भारत के प्रधानमंत्री से अपील की है कि वह अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके सऊदी सरकार पर दबाव बनाए कि वह शिया समुदाय पर होने वाले अत्याचार को बन्द कराये,