हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,कुम अल मुकद्दसा में जन्नतुल बक़ी के इन्हेदाम (ध्वस्त) के 101 वर्षगांठ के अवसर पर भारतीय छात्रों की ओर से इंटरनेशनल जन्नतुल बक़ी कॉन्फ्रेंस आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में भारतीय और विभिन्न देशों के दीनी छात्रों ने भाग लिया,
यह प्रोग्राम तहरीर पोस्ट द्वारा मदरस ए इमाम ख़ुमैनी र.ह.के शहीद आरिफ़ हुसैनी हॉल में आयोजित हुआ,जिसमें विभिन्न उलेमा इकराम ने आले सऊद के अत्याचारों के खिलाफ आवाज़ उठाई और जन्नतुल बाकी के पुनर्निर्माण की मांग की गई।
इस कार्यक्रम की शुरुआत तिलावत ए कुरआन करीम से हुई उसके बाद निज़ामत की अदायगी हुज्जतुल इस्लाम वाल मुस्लिमीन डाँ सैय्यद हैदर अब्बास जै़दी ने की,जन्नतुल बाकी को लेकर सुप्रीम लीडर की तकरीर पेश की गई
उसके बाद अलबाक़ी संगठन के प्रमुख सैय्यद महबूब मेंहदी आब्दी नजफी ने एक वीडियो के माध्यम से दर्शकों के लिए एक संदेश जारी करते हुए कहा,हमारी संस्था बकी हैं,और बकी को लेकर संयुक्त राष्ट्र को आवाज़ उठानी चाहिए ताकि उसका पुनः निर्माण हो सके, और इसके निर्माण के लिए सभी मुसलमान को आगे आना चाहिए।
उन्होंने आगे कहां,दुनिया भर में जन्नतुल बक़ी के निर्माण के लिए एक वैश्विक अभियान चलाने पर ज़ोर दिया और कहा,विश्वासियों के लिए जन्नतुल बाकी के संबंध में सभाएं, विरोध सम्मेलन और विभिन्न आंदोलनों को आयोजित करना और लोंगों को बताना आवश्यक हैं।
अहले बैत अ.स. के ज़ुल्म के बारे में दुनिया को बताएं, बक़ी के संदेश को फैलाने के लिए इस तरह के सम्मेलन आयोजित किए जाने चाहिए।
उसके बाद हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिम डॉक्टर सैयद हसनी हिंदुस्तान ने तकरीर की, और फिर उसके बाद शेख़ बाकिर वकील मुकद्दासी पाकिस्तान ने बेहतरीन खेताब किया, उसके बाद हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिम डॉक्टर नासिर रफीई ईरान ने संबोधित करते हुए जन्नतुल बकी की अहमियत पर जोर दिए
इस कार्यक्रम के बीच में हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिम बाकिर खान रन्नवी ने बेहतरीन अशआर पेश किया
बाकी मेहमानों ने भी तकरीर की और आले सऊद के अत्याचार को बयान करते हुए कहा कि हमारी खामोशी का कारण है जो ज़ालिम हुकूमत ने इतना बड़ा कदम उठाया और अहलेबैत पर ज़ुल्म किया,
इस मौके पर आए हुए तमाम उलेमा इकराम और दीनी विद्यार्थियों का शुक्रिया अदा करते हुए तहरीर पोस्ट के सदर हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैय्यद महमूद हसन रिज़वी,और इंडियन इस्लामिक स्टूडेंट यूनियन के प्रमुख हुज्जतुल इस्लाम वाल मुस्लिमीन डाँ सैय्यद हैदर अब्बास जै़दी,और अंजुमने मुहिब्बाने आले यासीन के सदर शेख़ रेहान हैदर ने शुक्रिया अदा किया,