शनिवार 13 अप्रैल 2024 - 06:36
नेक लोगों के अच्छे कामों को अल्लाह कभी नहीं भूलेगा और न ही उनकी उपेक्षा की जाएगी

हौज़ा | नेक लोगों को उनके अच्छे कर्मों का इनाम अल्लाह द्वारा दिया जाता है। अल्लाह और क़यामत के दिन पर विश्वास और अमल एक नेक इंसान के लिए धर्मपरायणता के लक्ष्य को प्राप्त करने का साधन है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी

بسم الله الرحـــمن الرحــــیم   बिस्मिल्लाह अल-रहमान अल-रहीम
وَمَا يَفْعَلُوا مِنْ خَيْرٍ فَلَن يُكْفَرُوهُ وَاللَّهُ عَلِيمٌ بِالْمُتَّقِينَ  वमा यफ़अलू मिन खैरिन फलन युकफरूहो वल्लाहो अलीमुन बिल मुत्तक़ीन (आले-इमरान, 115)

अनुवाद: वे जो भी अच्छा करेंगे उसकी कभी उपेक्षा नहीं की जायेगी। और ईश्वर पवित्र लोगों को जानता है।

क़ुरआन की तफसीर:

1️⃣ नेक लोगों के अच्छे कर्मों का इनाम अल्लाह की ओर से निश्चित होना।
2️⃣ अल्लाह की ओर से अच्छे कर्मों का बदला तभी मिलेगा जब कर्म करने वाले नेक लोग होंगे।
3️⃣ नेक लोगों के अच्छे कामों को अल्लाह कभी नहीं भूलेगा और न ही उनकी उपेक्षा की जाएगी।
4️⃣ पवित्र लोगों के बारे में अल्लाह तआला का व्यापक और स्थायी ज्ञान।
5️⃣ नेक लोगों को अल्लाह उनके अच्छे कर्मों का इनाम देता है।
6️⃣ अल्लाह और क़यामत के दिन और कर्मों पर विश्वास एक नेक व्यक्ति के लिए धर्मपरायणता के लक्ष्य को प्राप्त करने का कारण है।


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तफ़सीर राहनुमा, सूर ए आले-इमरान

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