हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "बिहारूल अनवार" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الصادق علیه السلام
تَهَادَوْا تَحَابُّوا فَإِنَّ الْهَدِيَّةَ تَذْهَبُ بِالضَّغَائِنِ
हज़रत इमाम जफार सादीक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
एक दूसरे को हदीया(गिफ्ट) दो ताकि तुम्हारे दरमियां मोहब्बत और दोस्ती परवाह चढ़े क्योंकि हदीया (गिफ्ट) दुश्मनी और नफरत को खत्म कर देती हैं।
बिहारूल अनवार,भाग 72,पेंज 44