हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित हदीस "बहार अल-अनवर" पुस्तक से उद्धृत है। इस परंपरा का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام الکاظم علیه السلام:
مثَلُ الدنيا مَثَلُ الحَيّةِ، مَسُّها لَيِّنٌ، و في جَوفِها السُّمُّ القاتِلُ، يَحذَرُها الرِّجالُ ذَوُو العُقولِ، و يَهوِي إلَيها الصِّبيانُ بأيديهِم
इमाम मूसा काज़िम (अ) ने फ़रमाया:
संसार एक साँप की तरह है जो छूने में मुलायम और अन्दर से जहरीला होता है। बुद्धिमान लोग उससे दूर रहते हैं और बच्चे उसकी ओर हाथ फैलाते हैं।
बिहार अल-अनवार, 1/311/78