हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "बिहारूल अनवार" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام العسکری علیه السلام
أكْثِرُوا ذِكْرَ اللّهِ وَ ذِكْرَ الْمَوْتِ وَ تِلاوَةَ الْقُرآنِ وَ الصَّلاةَ عَلَى النبىِّ صلي الله عليه و آله، فَإنَّ الصَّلاةَ عَلى رَسُولِ اللّه صلي الله عليه و آله عَشْرُحَسَناتٍ
हज़रत इमाम हसन अस्कारी अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
खुदा और मौत की याद में ज़्यादा रहो, कुरआन की तिलावत ज़्यादा करो, और रसूल अल्लाह स.ल.व.व.पर ज़्यादा दुरूद भेजो क्योंकि रसूल अल्लाह स.ल.व.व. पर दुरूद भेजना दस नेकीया शुमार होती हैं।
बिहारूल अनवार,78,372,हदीस 12