हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, यह हदीस "ग़ेरर अल-हिकम" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال أمیر المؤمنین امام على عليه السلام:
إيّاكُم وَالبِطنَةَ؛ فَإِنَّها مَقساةٌ لِلقَلبِ، مَكسَلَةٌ عَنِ الصَّلاةِ، مَفسَدَةٌ لِلجَسَدِ.
हज़रत अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अ) ने फ़रमाया:
पुर ख़ोरी से बचें क्योंकि यह हृदय की कठोरता, इबादत में आलस्य और शरीर के विनाश का कारण बनता है।
ग़ेरर अल-हिकम: हीस 2742