हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामिक क्रांति के नेता ने अक़्द में मेहेर निर्धारित न करने से संबंधित पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।, जिसका उल्लेख हम यहां उन लोगों के लिए कर रहे हैं जो शरिया मुद्दों में रुचि रखते हैं।
* अक़्द में मेहेर निर्धारित न करने के संबंध में क्रांति के नेता से पूछे गए प्रश्न और उनके उत्तर का पाठ निम्नलिखित है:
प्रश्न: जानबूझर या गलती से अक़्द (दायमी और मोअक़्क़त) में मेहेर का उल्लेख न करने का क्या हुक्म है?
उत्तर: दायमी अक़्द मे मेहेर का उल्लेख करना कोई शर्त नहीं है, और यदि मेहेर निर्धारित नहीं है, तो विवाह वैध है, और यदि संभोग होता है, तो महिला मेहेर मिसल की हकदार है लेकिन अक्द मोअक़्क़त मे मेहेर का निर्धारण और उल्लेख अक़्द के अरकान मे से है इसके बिना अक़्द बातिल है।
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