हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय इसरा फाउंडेशन के प्रमुख ने घोषणा की है कि आयतुल्लािल उज़्मा जवादी आमोली की 80 जिल्दों में पूरी होने वाली क़ुरान की तफ़सीर "तसनीम" का प्रकाशन समारोह 20 जमादिस सानी को मनाया जाएगा।
हुज्जतुल इस्लाम वल मुसलेमीन मुर्तजा जवादी आमोली ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस महत्वपूर्ण अवसर की घोषणा की। यह कार्यक्रम क़ुम में आयोजित किया जाएगा, जिसमें आयतुल्लाह आराफी (हौज़ा इल्मिया के प्रमुख) भाषण देंगे।
उन्होंने कहा कि "तफ़सीर तसनीम" आयतुल्लाहिल उज्मा जवादी आमोली की 40 वर्षों की शैक्षिक और शिक्षण मेहनत का परिणाम है। यह तफ़सीर केवल हदीसी और दार्शनिक आधारों पर आधारित नहीं है, बल्कि मानविकी और तफ़सीरी बहसों में एक महत्वपूर्ण कार्य मानी जाती है।
उन्होंने कहा कि आयतुल्लाह जवादी आमोली ने इस महान तफ़सीर को अनुसंधान और शिक्षण के साथ-साथ सभी वैज्ञानिक दृष्टिकोणों से सशक्त बनाने की कोशिश की है ताकि यह न केवल शैक्षिक और शोध के क्षेत्र में उपयोगी हो, बल्कि मानव विज्ञानों में भी मार्गदर्शन प्रदान करे।
उन्होंने यह भी बताया कि पिछले 30-40 वर्षों के दौरान आयतुल्लाह जवादी आमोली के संरक्षण में विभिन्न शोध संस्थाओं, जैसे फिक़ह व उसूल और कलाम व हिकमत के क्षेत्रों ने इस वैज्ञानिक कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में उन्होंने कहा कि क़ुरान मजीद सभी विज्ञानों और ज्ञान का खजाना है, और इसकी व्यापक व्याख्या और तफ़सीर के बिना इसकी गहराई तक पहुँचना संभव नहीं है। तफ़सीर तसनीम इस उद्देश्य के लिए एक महान सेवा है।
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