आयतुल्लाह जवादी आमूली (74)
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उलेमा और मराजा ए इकरामहमारा वतन हमारी रूह है: आयतुल्लाहिल उज्मा जवादी आमोली
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली ने इमाम हुसैन (अ) की हदीस के प्रकाश में मृत्यु और मानव यात्रा के सही अर्थ पर प्रकाश डालते हुए कहा कि किसी व्यक्ति का असली घर वह स्थान है जहां से वह आया…
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आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली:
उलेमा और मराजा ए इकरामएकता और सामंजस्य सफलता का सबसे महत्वपूर्ण रहस्य हैं
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली ने अपनी किताब में लिखा है,उम्माते मुस्लिम , विशेष रूप से ईरानी राष्ट्र का ध्यान एकता, सद्भाव और सामंजस्य के महत्व की ओर आकर्षित किया है तथा इस बात…
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आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली
उलेमा और मराजा ए इकरामआज की ख़ामोशी ख़ियानत और ग़द्दारी है/ इस्राइल इस्लाम का दुश्मन है
हौज़ा / आयतुल्लाह जवादी आमोली ने कहा, इस्लामी देशों के नेताओं को अगर आज इस आंदोलन की मदद नहीं पहुँचानी, तो कल वे खुद भी इसी सरकार के चंगुल में फँस जाएँगे उनकी आज की बेहिसी पर कोई गारंटी नहीं…
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उलेमा और मराजा ए इकरामआयतुल्लाह जवादी आमोली ने कठोर बदला लेने का आह्वान किया / पत्थर को वहीं फेंको जहां से वह आया था
हौज़ा/ हज़रत आयतुल्लाह जवादी आमोली ने ज़ायोनी शासन से कठोर बदला लेने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा: मौला ए ग़दीर अमीरुल मोमेनीन (अ) के आदेश का पालन करना हमारी जिम्मेदारी है, जिन्होंने कहा:…
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धार्मिकक्या विलायत को बिना ग़दीर के समझा जा सकता है?
हौज़ा / इमाम हादी (अ) की ज़ियारत ए जामेआ मे अहले-बैत (अ) को फरिश्तों की तरह बड़े सम्मान से नवाज़ा गया है। इमाम रज़ा (अ) ने ईरान में प्रवेश करते ही इमामत के गहरे मतलब को समझाया और कहा कि इमाम…
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आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली:
उलेमा और मराजा ए इकरामतलाक़ से बड़ी कोई मुसीबत और कोई घातक बीमारी नहीं
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली ने अपने एक लिखित बयान में इस्लामी समाजों पर तलाक़ के ख़तरनाक प्रभावों को रेखांकित किया है।
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आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली:
उलेमा और मराजा ए इकरामआक़िल और आलिम इंसान कभी भी अलग-अलग विचारधाराओं और फिरकों में नहीं उलझता
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली ने कहा, इब्ने सक्कीत ने इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम से अर्ज किया: या इब्ने रसूल अल्लाह! मक़ातिब, फिरके, क़ौमें, मिल्लतें और बातें बहुत ज़्यादा हैं, हम किस…
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आयतुल्लाहिल उज़मा जवादी आमुली:
उलेमा और मराजा ए इकरामइंसान को खुदा की हिकमत और फैसलों पर पूरा भरोसा रखना चाहिए
हौज़़ा / इंसान को खुदा की हिकमत और फैसलों पर पूरा भरोसा रखना चाहिए, क्योंकि वही सर्वोच्च ज्ञान और मसलहत का मालिक है उसे कुछ सुझाना या सलाह देना, इंसानी सीमा से बाहर की बात है।
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उलेमा और मराजा ए इकरामउलूमे अक़लीया’ पर ध्यान;शुब्हात का सामना करने में हौज़ात-ए-इल्मिया की इस्तेक़ामत की कुंजी
हौज़ा / इराक़ में विलायत-ए-फ़क़ीह के प्रतिनिधि आयतुल्लाह हुसैनी ने हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा जवादी आमोली की इराक़ यात्रा के दौरान उनके निवास पर हाज़िर होकर उनका स्वागत किया और उनके क़ियाम को मुबारक़…
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आयतुल्लाह दरी नजफाबादी:
उलेमा और मराजा ए इकरामतफ़सीर अल-मिज़ान से लेकर तफ़सीर तस्नीम तक, हौज़ा ए इल्मिया क़ुम की नुमाया इल्मी बरकात है
हौज़ा / ईरान के मकज़ी प्रांत में सर्वोच्च नेता के प्रतिनिधि ने अराक में आयोजित एक अकादमिक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए, आयतुल्लाह हाएरी यज़्दी द्वारा हौज़ा ए इल्मिया क़ुम की पुनः स्थापना को एक…
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उलेमा और मराजा ए इकरामआयतुल्लाहिल उज़मा जवादी आमेली की आयतुल्लाहिल उज़मा सीस्तानी से नजफ़ अशरफ़ में मुलाक़ात
हौज़ा / नजफ़ अशरफ़ में आयतुल्लाहिल उज़मा जवादी आमेली ने आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली सिस्तानी से उनके कार्यालय में मुलाकात की।
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दुनियाआयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली ने नजफ अशरफ में आयतुल्लाहिल उज़्मा सिस्तानी से मुलाकात की
हौज़ा / नजफ अशरफ मे आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली ने आयतुल्लाहिल उज़्मा सिस्तानी के घर का दौरा किया और उनसे मुलाकात की और बातचीत की।
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उलेमा और मराजा ए इकरामआयतुल्लाह हाएरी यज़्दी के 20 खंडों वाले इल्मी आसार का अनावरण
हौज़ा / कांफ़्रेंस के दौरान, आयतुल्लाह शेख अब्दुल करीम हाएरी यज़्दी के इल्मी आसार से युक्त 20 खंडों वाले विश्वकोश का औपचारिक रूप से आयतुल्लाह जवादी आमोली की उपस्थिति में अनावरण किया गया।
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ईरानबौद्धिक ज्ञान का प्रसार मरहूम आयतुल्लाहिल उज़मा हायरी की एक महत्वपूर्ण बौद्धिक प्राथमिकता थीः आयतुल्लाह जवाद़ी आमली
हौज़ा / मरजय तकलीद कुरआन के प्रतिष्ठित व्याख्याकार हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा अब्दुल्लाह जवाद़ी आमोली ने आज सुबह क़ुम में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार जदीद हौज़ा ए इल्मिया क़ुम की सौवीं सालगिरह…
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उलेमा और मराजा ए इकरामइंसान और उसके सभी अंग जवाबदेह होंगे। आयतुल्लाह जवादी आमोली
हौज़ा / मशहूर कुरान के मुफस्सिर और मरजय ए तकलीद आयतुल्लाह जावादी आमोली ने लोगों से सही तरीके से बात करने और व्यवहार करने के विषय पर एक लिखित बयान में हज़रत अली अ.स. की एक हिकमत भरी रिवायत की…
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आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली:
उलेमा और मराजा ए इकरामउलेमा और बुज़ुर्गों ने अपने इल्मी और रूहानी फ़ैज़ हज़रत मासूमा स.अ.से हासिल किए हैं।
हौज़ा / आयतुल्लाह जवादी आमोली ने कहा हालाँकि ईरान इन दिनों मुश्किलों में है लेकिन अहलुलबैत अ.स की विलायत, उनके ख़ानदान की अज़मत और मक़ाम, इन तमाम दुखों का इलाज है हज़रत मासूमा (स.अ) का हरम रहमत…
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उलेमा और मराजा ए इकरामआयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली:
उलमा वह सेवा करते हैं जिसकी कसम अल्लाह भी खाता हैंहौज़ा/ आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी अमोली ने कहा: उलमा इतने महान कार्य करते हैं कि अल्लाह तआला उनकी विद्वत्तापूर्ण और सांस्कृतिक सेवाओं की क़सम खाता…
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आयतुल्लाह जवादी आमोलीः
उलेमा और मराजा ए इकरामक़यामत अभी मौजूद है; कोई भविष्य का वादा नहीं
हौज़ा /जहन्नम और जन्नत एक तरह की जांच-पड़ताल हैं। अगर जांच हो गई तो कोई यह नहीं कह सकता कि मैंने चुपके से मंजूरी दी; किसी से मत कहना या अब तुम हमारे दोस्त हो तो टैक्स कम कर दो! कोई बहुत भोला…
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आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमुली:
उलेमा और मराजा ए इकरामअगर कोई व्यक्ति कब्रिस्तान जाए और वापस आए, लेकिन कुछ न सीखे, तो यह एक नुकसान है।
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमुली ने कहा, इंसान क़ब्रिस्तान क्यों जाता है? क्या अपने माता-पिता के लिए माफ़ी की दुआ माँगने जाता है या ख़ुद कुछ सीखने जाता है? उन्होंने कहा, अपने माता-पिता…
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धार्मिकशबे क़द्र के मुशतरक आमाल
हौज़ा / रमज़ान उल मुबारक की उन्नीसवीं, इक्कीसवीं और तेइसवीं शबे क़द्र के मुश्तरक आमाल
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धार्मिकरमज़ान उल मुबारक के अय्यामे बीज़ के आमाल
हौज़ा/रमज़ान की तेरहवीं, चौदहवीं और पंद्रहवीं रातों के आमाल।
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आयतुल्लाह जवादी आमोलीः
उलेमा और मराजा ए इकरामइस्तिखारा कब किया जाना चाहिए?
हौज़ा/ आयतुल्लाहिल उज्मा जावादी आमोली ने इस्तिखारा के बारे में बताते हुए कहा कि इस्तिखारा का अर्थ है "सुधार की मांग करना।" लेकिन इस्तिखारा जो एक व्यक्ति कुरान से बिना सोचे, बिना परामर्श किए,…
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उलेमा और मराजा ए इकरामरमज़ान उल मुबारक दिलों की शुद्धि का महीना है: आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाह जवादी आमोली ने "हृदय की पवित्रता, प्रार्थना की स्वीकृति का मार्ग" शीर्षक से एक लेख में रमज़ान उल मुबारक के महीने के आगमन पर चर्चा की।
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उलेमा और मराजा ए इकरामअपने बच्चों को कुरान सिखाने वालो को क़यामत के दिन बेमिसाल इनाम मिलेगा:आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली
हौज़ा/आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली ने "कुरान और दीनी अहकाम पढ़ाने का पुरस्कार" विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि बच्चों को कुरान पढ़ाना और उन्हें इस्लाम और पैगंबर मुहम्मद (स) और उनके अहले बैत (अ)…
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गैलरीफ़ोटो / आयतुल्लाहिल उज़्मा जावादी आमोली द्वारा 80-खंडो पर संकलित तफ़सीरे तसनीम का अनावरण समारोह
हौज़ा/ आयतुल्लाह जावादी आमोली द्वारा लिखित बहुमूल्य तफ़सीरे तसनीम का अनावरण समारोह क़ुम के दार अल-शिफा स्कूल में आयोजित किया गया।
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उलेमा और मराजा ए इकरामशहीद हसन नसरूल्लाह की यह महानता कुरआन और अहले-बैत (अ) के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के कारण थी: आयतुल्लाह जावादी आमोली
हौज़ा/ आयतुल्लाह जावादी आमोली ने तफ़सीर तस्नीम के अनावरण समारोह में बोलते हुए कहा कि शहीद सय्यद हसन नसरूल्लाह की महानता और सफलता का रहस्य पवित्र कुरआन और अहले-बैत (अ) के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता…
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आयतुल्लाह आराफ़ीः
उलेमा और मराजा ए इकरामतफ़सीर तसनीम हौज़ा का एक अनमोल खज़ाना है
हौज़ा/ आज क़ुरआन और तफ़सीर के प्रति ध्यान धार्मिक विद्यालयों में एक अच्छे स्तर पर है। उन्होंने तफसीर तसनीम को एक अनमोल खज़ाना बताते हुए कहा कि विभिन्न स्तरों पर 200 से अधिक तफसीरी पाठ्यक्रम चलाए…
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आयतुल्लाहिल उज्मा जावादी अमोली:
उलेमा और मराजा ए इकरामशैतान मोमेनीन पर ग़ालिब आने की क़ुदरत नही रखता
हौज़ा / आयतुल्लाह जावादी अमोली ने कहा: किसी की मौत तब तक नहीं आती जब तक इबलीस अपने शैतानों में से किसी को उसके ऊपर नियुक्त न कर दे जो उसे आदेश दे कि वह कुफ्र करे और उसके धर्म पर शक करे जब तक…
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