शुक्रवार 20 दिसंबर 2024 - 06:51
विश्वासियों का एक दूसरे से मिलने का महत्व

हौज़ा / इमाम मुहम्मद बाक़िर (अ) ने एक रिवायत में विश्वासियों के एक-दूसरे से मिलने के महत्व को बताया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "बिहार उल-अनवार" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال الامام الباقر عليه السلام:

تَزاوَرُوا في بيوتِكُم فإنّ ذلكَ حَياةٌ لِأمرِنا، رَحِمَ اللّه ُ عَبدا أحيا أمرَنا

हज़रत इमाम मुहम्मद बाक़िर (अ) ने फ़रमाया:

अपने घरों में एक दूसरे से मिलें क्योंकि यह कार्य हमारे उद्देश्य को पुनर्जीवित करता है और ईश्वर की दया उस सेवक पर हो जो हमारे उद्देश्य को पुनर्जीवित करता है।

बिहार उल-अनवार: भाग  2, पेज 144, हदीस 6

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