हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार,सुल्तानपुर के सैदपुर और सुरौली में हज़रत अली अ.स. की शबे जरबत पर विशेष धार्मिक आयोजन किया गया सैदपुर स्थित शिया मस्जिद से जुलूस निकाला गया मजलिस में मौलाना हज़रत अली अलैहिस्सलाम के फज़यल और मसाएब बयान किया।
मौलाना ने कहा कि सच्ची कामयाबी धर्म के साथ जुड़ी है उन्होंने कहा कि केवल धन जमा करना सफलता नहीं है। शिक्षा प्राप्त कर अच्छा इंसान बनना और दूसरों की मदद करना ही वास्तविक सफलता है। मौलाना ने हज़रत अली के जीवन का उदाहरण देते हुए बताया कि वे स्वयं जौ की सूखी रोटियां खाते थे। लेकिन किसी जरूरतमंद को खाली हाथ नहीं जाने देते थे।
19 रमजान को मस्जिद-ए कूफा में शहादत के समय हज़रत अली ने कहा था कि आज अली कामयाब हुआ। जुलूस में शकेब कासिम, एहसन और वासिफ ने नौहाखानी की। मौजूद लोगों ने मातम करके शोक व्यक्त किया इस मौके पर बड़ी संख्या में मोमिनीन उपस्थित हुए और रोती हुई आंखों से पुरुसा पेश किया
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