हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत बिहार उल अनवार पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार हैः
قال الامام الحسين عليه السلام:
مَنْ سَرَّهُ أَنْ يُنْسَأَ فِى أَجَلِهِ وَ يُزادَ فى رِزْقِهِ فَلْيَصِلْ رَحِمَهُ
हज़रत इमाम हुसैन (अ) ने फ़रमाया:
जो कोई यह चाहे कि उसकी मृत्यु को भुला दिया जाए (विलंब कर दिया जाए) और उसकी रोज़ी-रोटी बढ़ा दी जाए, उसे सिले रहम करना चाहिए।
बिहार उल अनवार, भाग 71, पेज 91
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