हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, यह रिवायत "सफ़ीनतुल बिहार" किताब से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام صادق علیه السلام:
مَنْ تَرَكَ زِيارَتَهُ وَ هُوَ يَقْدِرُ عَلى ذلِكَ، قَدْ عَقَّ رَسُولَ اللّهِ صلى الله عليه و آله وَ عَقَّنا.
इमाम सादिक़ (अ) ने फ़रमाया:
जो कोई इमाम हुसैन (अ) की ज़ियारत के लिए जाने में सक्षम होते हुए भी नहीं जाता, उसने रसूल (अ) और हम अहले बैत (अ) की नाफ़मानी की है।
सफ़ीनतुल बिहार, भाग 1, पेज 564
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