रविवार 5 जनवरी 2025 - 05:23
स्वार्थ का अंत

हौज़ा इमाम अली नक़ी अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में स्वार्थ के अंत का वर्णन किया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "बिहार उल-अनवार" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال الامام الھادی علیه السلام:

مَـنْ رَضِـىَ عَـنْ نَفْـسِهِ، كَثُـرَ السّـاخِطُـونَ عَلَـيْهِ

इमाम नक़ी (अ) ने फ़रमाया:

जो व्यक्ति खुद को पसंद करता है उसके दुश्मन अधिक होंगे।

बिहार उल-अनवार, भाग 78, पेज 368

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