हौज़ा न्यूज एजेंसी के अनुसार, ईसाई जगत के नेता पोप फ्रांसिस ने इराक की यात्रा से पहले इराकी राष्ट्र को एक संदेश भेजा है। जिस का पाठ इस प्रकार है:
हे इराकी भाईयों और बहनों! नमस्ते मैं कुछ दिनों के बाद आपके बीच उपस्थित रहूंगा। मैं आपको और आपकी भूमि को देखने के लिए उत्सुक हूं। आप सभी भाई हैं मैं चाहता हूं कि हम सभी मुस्लिम, यहूदी और ईसाईयो के पिता हजरत इब्राहीम जिन्होंने हमें एक परिवार में एक साथ लाया के बैनर तले एक साथ दुआ करें।
आपकी आंखों के सामने आज भी अपने घरों और चर्चों की निर्जनता की छवियां मौजूद होंगी, और आपके दिलो मे अपने दोस्तों और घरों से दूरी के घाव बाकी होगे।
प्रिय भाइयों और बहनों! मैंने इन कुछ वर्षों में आपको बहुत याद किया हूं। आपने बहुत दर्द और पीड़ा सहन की है, लेकिन आपने हार नहीं मानी है। मैंने हमेशा मुसलमानों, ईसाईयों और ईज़दियों को याद किया है जिन्होंने उन दिनों में बहुत कष्ट झेले थे।
आज से हजारों साल पहले इब्राहीम ने एक रास्ता चुना था। आज हमें उसी भावना के साथ इस मार्ग पर चलना है। आइए हम सब मिलकर शांति और सुलह के रास्ते पर आगे बढ़ें। मैं आपसे निवेदन करता हूं कि आप हज़रत इब्राहीम (अ.स.) का अनुसरण उम्मीद के साथ करें और मुझे अपनी दुआओं में याद रखें।