हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " अलकाफ़ी" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الکاظم علیہ السلام
إنّي لأَعمَلُ في بَعضِ ضِياعي حَتّى أعرَقَ ـ و إنَّ لي مَن يَكفيني ـ لِيَعَلَمَ اللّه ُ أنّي أطلُبُ الرِّزقَ الحَلالَ
हज़रत इमाम मूसा काज़िम अ.स. ने फरमाया:
मैं अपने कुछ खेतो पर खुद काम करता हूँ, यहां तक कि मेरे बदन से पसीना जारी होता है। हालांकि कुछ ऐसे लोग मौजूद है जो मेरी जगह यह काम कर दे, और मुझे काम करने से बेनियाज़ कर दें लेकिन मैं फिर भी खुद काम करता हूं ताकि अल्लाह तआला देखे कि मैं हलाल रोज़ी की तलाश और जुस्तजू में हूं।
अलकाफ़ी,भाग 5,पेज 77