۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
दिन की हदीस

हौज़ा / इमाम अली (अ.स.) ने एक रिवायत में संगीन मेहर "दहेज" के बुरे परिणाम की ओर इशारा किया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, निम्नलिखित कथन "मकारेमुल अख़लाक़ " पुस्तक से लिया गया है.इस कथन का पाठ इस प्रकार है:


قال الامام العلی علیه السلام

لا تُغالوا فی مُهورِ النِّساءِ فَیَکونَ عَداوَةً.

इमाम अली (अ.स.) ने फरमाया:
महिलाओं से ज़्यादा मेहर "दहेज  न लों क्योंकि वे क्रूरता और दुश्मनी का सबब बनता हैं।

मकारेमुल अख्लाक पेंज 237
 

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