हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "दायमुल इस्लाम" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
قال رسول اللہ صلی اللہ علیہ وآلہ وسلم:
فَنَيرِزُوا إن قَدَرتُم كُلَّ يَومٍ يَعني تَهادَوا و تَواصَلُوا فِي اللّه
हज़रत रसूल अल्लाह,(स.ल.व.व.) ने फरमाया:
अगर हर रोज को नौरेज़ बनाना चाहते हो तो खुदा की राह में एक दूसरे को उपहार दो! और एक दूसरे से संबंध रखो।
दायमुल इस्लाम,भाग 2,पेंज 326