हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " मीज़ानुल हिक्मा" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
قال رسول اللہ صلی اللہ علیہ وآلہ وسلم
إنَّ اللّه َ يُحِبُّ الشّابَّ الَّذي يُفنِي شَبابَهُ في طاعَةِ اللّه
हज़रत रसूल अल्लाह (स.अ.व.व)ने फरमाया:
अल्लाह ऐसे जवान को दोस्त रखता है, जो अपनी जवानी अल्लाह की इताअत में गुज़ारे।
मीज़ानुल हिक्मा, हदीस नं. 9097