हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "सही मुस्लिम" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول اللہ صلی اللہ علیہ وآلہ وسلم
ما مِن يَومٍ أكثَرَ أن يُعتِقَ اللّه ُ فِيهِ عَبدَا مِنَ النّارِ مِن يَومِ عَرَفَةَ
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
आरफा से बढ़कर कोई दिन नहीं है कि जिस में अल्लाह तआला बंदे को जहन्नम की आग से रिहाई अता करें,
सही मुस्लिम,भाग 4,पेंज 107