हौज़ा न्यूज एजेंसी के अनुसार, हुज्जतुल-इस्लाम वल मुस्लेमीन आगा सैयद हसन मुसवी सफवी, जम्मू-कश्मीर की अंजुमन-ए-शरिया शिया के अध्यक्ष ने सिख समुदाय से संबंधित लड़कीयो को जबरदस्ती इस्लाम स्वीकार करनवाने की कारवाई के खिलाफ़ कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए स्पष्ट किया कि इस्लाम धर्म मे इस प्रकार के कदम की कोई गुंजाइश नही है।
उन्होंने कहा, "अगर कोई मुसलमान ऐसा करता है तो वह पवित्र कुरान की एक बड़ी आयत का अपमान कर रहा है।" आगा साहब ने जोर देकर कहा कि पवित्र कुरान ने इस्लाम के पैगंबर से आग्रह किया है कि वे किसी को भी धर्म के बारे में मजबूर न करें।
उन्होंने आगे कहा कि घाटी का सिख समुदाय कश्मीरी राष्ट्र का एक उदार और मिलनसार वर्ग था और कहा कि कश्मीर में रहने वाले सिख समुदाय ने किसी भी परिस्थिति में मुसलमानों के साथ अपने भाईचारे के संबंधों को खराब नहीं होने दिया। भावनाओं का सम्मान करें और उनके जीवन, संपत्ति, सम्मान और गरिमा की रक्षा करें।