हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस्राईली सैनिकों ने एक सैनिक बुलडोज़र के साथ रामल्लाह के उत्तर में हमला किया और मुन्तसर शल्बी के घर का परिवेष्टन करके उसे ध्वस्त कर दिया और उसके घर के समीप रहने वाले दूसरे स्थानीय लोगों से भी उनके घरों को खाली करा लिया और वे लोग अपने- अपने घरों को छोड़कर जाने पर बाध्य हो गये।
इसके बाद जायोनी सैनिकों और फिलिस्तीनियों के मध्य झड़पें हुईं जिसके दौरान जायोनी सैनिकों ने फिलिस्तीनियों पर आंसू गैस के गोले फायर किये। इस्राईली न्यायालय ने फिलिस्तीनी बंदी मुन्तसर शल्बी पर कई महीने पहले नाब्लस नगर के निकट हमला करने का आरोप लगाया है। उस हमले में एक ज़ायोनी हताहत और दो अन्य घायल हो गये थे।
जायोनी सैनिकों ने बताया है कि उस घर को ध्वस्त करने के संबंध में अदालत के पुनर्विचार के आदेश का कोई नतीजा नहीं निकला और अंत में फिलिस्तीनी बंदी के पारिवारिक बंगले को गिरा दिया गया।
फिलिस्तीनी बंदी मुन्तसर शल्बी की पत्नी सना ने बताया है कि गुरूवार को उसने अपने पति से फोन पर बात की है और कहा है कि वह दोबारा अपने घर का निर्माण करना चाहती है। उसकी पत्नी ने कहा है कि जायोनी शासन हमारे मनोबल को कमज़ोर करना चाहता है किन्तु हम मज़बूती से डटे हुए हैं और यही हाल फिलिस्तीन के समस्त लोगों का है।
अमेरिका ने ज़ायोनी शासन के इस क़दम की भर्त्सना की है और एक विज्ञप्ति जारी करके कहा है कि दोनों पक्षों को क्षेत्र में ऐसी कार्यवाहियों से बचना चाहिये जिससे तनाव में वृद्धि हो और हर उस एक पक्षीय कार्यवाही से परहेज़ करना चाहिये जिससे फिलिस्तीन में दो देश के समाधान की योजना कमज़ोर होती है। इसी कारण एक व्यक्ति की कार्यवाहियों की वजह से पूरे परिवार के घर को ध्वस्त नहीं करना चाहिये।
जायोनी सैनिकों ने पिछले सप्ताह भी अवैध अधिकृत क़ुद्स के अलबुस्तान मोहल्ले पर सैन्य बुलडोज़रों के साथ हमला करके एक व्यापारिक केन्द्र को ध्वस्त कर दिया था। उस समय जायोनी सैनिकों ने तीन फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार भी कर लिया था। जायोनी सैनिकों और फिलिस्तीनियों के मध्य होने वाली झड़प में दूसरे कई फिलिस्तीनी घायल भी हो गये थे।
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