हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " तहज़ीबुल आहकाम" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام العسکری علیہ السلام
عَلاماتُ المُؤمِنِ خَمسٌ . . . و زِيارَةُ الأربَعينَ . . .
हज़रत इमाम हसन अस्करी अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
मोमिन की पांच अलामात है.........कि जिसमें से एक ज़ियारते अरबाइन है।
तहज़ीबुल आहकाम,भाग 6,पेंज 52
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