हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, पुणे महाराष्ट्र / शिया उलेमा बोर्ड महाराष्ट्र के प्रमुख मौलाना सैयद मुहम्मद असलम रिज़वी ने, वसीम रिज़वी पर अपने आक्रोश का इजहार करते हुए कहा कि शापित, दुसाहसी, घमंडी वसीम रिज़वी धर्मत्यागी (मुरतद) हो गया है अपने व्यक्तिगत हित के लिए इस प्रकार की कुकृत्य किया है ताकि उम्मते मुसलेमा मे मतभेद पैदा हो मलऊन वसीम रिज़वी ने अपने स्वामीयो के इशारे पर यह दुसाहस किया है जिसे अब सहन नही किया जाएगा। इससे पहले भी, मलऊन वसीम रिजवी ने हमेशा मुस्लिम अम्मा में असंतोष पैदा किया है, हालांकि, शिया-सुन्नी एकता ऐसे ज़लील लोगो की वजह से एकता नहीं टूटेगी।मौलाना असलम रिजवी ने भारत सरकार से सजा की मांग की और कहा कि वसीम का बहिष्कार किया जाना चाहिए और उसके धर्म का शिया से कोई लेना देना नहीं है।
मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के सदस्य मौलाना निजामुद्दीन ने कहा कि वसीम रिजवी के दिल और विचार में अशुद्धता है, इसलिए वह पवित्र कुरान के खिलाफ एक धर्मद्रोही बन गया है।
जमीअत उलेमा पुणे के अध्यक्ष मौलाना कारी इदरीस ने कहा कि सभी विचारधारा के स्कूलों के उलेमा आज इस स्थान पर एकत्रित हुए हैं और इस जघन्य कृत्य की निंदा की है और मैं जमियत उलेमा की ओर से इसकी कड़ी निंदा करता हूं।
मौलाना कुमैल असगर इमाम जुमा पुणे ने कहा कि हमारे दुश्मन को समझना चाहिए कि इस्लामी जगत बंद मुट्ठीयो की तरह एकजुट है और शक्तिशाली भी है और सभी साजिशों का स्पष्ट जवाब दे सकती है।
मौलाना वज़ीर हसन इमाम जुमा कोंडवा पुणे ने कहा कि कुरान अल्लाह की किताब है और अगर किसी को शक है कि यह ईश्वर का शब्द नही है, तो उसे इसके खिलाफ एक सूरा लाना चाहिए।
अहल-ए-सुन्नत और जमात के सम्मानित विद्वान मौलाना अयूब अशरफ़ी ने कहा कि वसीम रिज़वी द्वारा जो फ़ितना फैलाया का प्रयास गया है उसको समय रहते मुस्लिम उम्मा ने समझा और अपनी एकता और एकजुटता दिखाई।
मौलाना मोताहर रिजवी इमाम जुमा ने कहा कि जो कोई कुरान से आयतें हटाने की बात करेगा, अल्लाह उसे इस दुनिया से निकाल कर नर्क के अज़ाब मे मुबतला कर देगा।
मौलाना आफ़ताब निज़ामी ने कहा कि पवित्र कुरान में थोड़ी सी भी शंका के लिए कोई जगह नहीं है और संदेह विश्वास के दायरे से बाहर जाएगा।
मौलाना एहसान गोहर ने कहा कि इस तरह के कृत्य वसीम की गिरफ्तारी से पहले भी किए गए हैं, लेकिन ये दुश्मन कुरान को खराब नहीं कर सकते।
इसी तरह, मौलाना शेख बाकिर और मौलाना शेख ज़फर अल हसन ने भी अपना आक्रोश व्यक्त किया। श्री अहमद सबोवाला और श्री मिर्ज़ा हसन असकरी ने मेहमानों का स्वागत किया और उन्हें धन्यवाद दिया।