हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हुज्जतुल इस्लाम मौलाना अली हैदर फरिश्ता, अध्यक्ष मजमाये उलेमा और खोतेबा हैदराबाद तेलंगाना इंडिया ने अपने एक निंदनीय बयान में कहा कुरान का वाज़ेह ऐलान है,
(अल्लाह के बंदों में खुदा का खौफ और तक्वा रखने वाले तो बस उलेमा है) सूरह फातिर अयेत नं. 28
हाल ही में शहरे हैदराबाद डेक्कन (तेलंगाना) भारत के एक प्राचीन घनी आबादी वाले दारू शिफा में स्थित इबादत खाने हुसैनी का एक प्राचीन मस्जिद है। इस मस्जिद के अंदर उलेमा की फोटो लगी हुई है, मगर कुछ दीन के दुश्मनों ने दुष्ट और शैतानी हरकतों से विश्वासियों के दिल को दुखी किया है, जिसकी वजह से शिया राष्ट्र में तीव्र शोक और क्रोध की लहर है।
यह कैसे इमामत का अकिदा रखने वाले शिया हैं जो इमाम हज़रत सादिक अलैहिस्सलाम की सीरत और तलीमात कि पूरी तरीके से खिलाफ काम करते हैं।
यह भी नहीं जानते कि इमाम सादिक न केवल गैर-शिया विद्वानों का सम्मान करते थे बल्कि उनसे मित्रता भी करते थे। इनकी मौत पर मरसिया पढ़ते थे लोगों ने पूछा कि मौला आप दूसरे मज़हब के गुरु पर रो क्यों रहे हैं? इमाम ने जवाब दिया कि मैं उसको शिक्षा की वजह से दोस्त रखता था,
मरजईयत के मुखालिफ दुश्मनों ने इबादत खाने हुसैनी के अंदर उलेमा और मराजये इकराम की फोटो के साथ घिनौनी हरकत की है जिसकी हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं,यह एक असहनीय अपराध क्या है, समाज में नफ़रत पैदा करने और दुश्मनी कराने की एक नापाक साजिश है, जिसमें दुश्मन कभी कामयाब नहीं होगा
यह याद रहे,कि इबादत ख़ाने हुसैनी वक्फ की संपत्ति है जिसकी एक औपचारिक और कानूनी रूप से पंजीकृत प्रबंधन समिति है।
बिना प्रबंध समिति की अनुमति के कोई भी कार्यक्रम नहीं हो सकता, और बिना कमेटी के अनुमति के कोई भी चीज वहां तोड़फोड़ नहीं की जा सकती
दुश्मन यह जान ले कि अपनी साजिश में कभी कामयाब नहीं हो सकता हम शहर को अस्थिर करने की किसी भी साजिश को बर्दाश्त नहीं करेंगे और उन्हें कभी सफल नहीं होने देंगे।

इबादत खाने हुसैनी की पवित्रता को पामाल करने की नापाक साजिश की कड़ी निंदा करते हैं,मौलाना अली हैदर फरिश्ता
हौज़ा/मरजईयत के मुखालिफ दुश्मनों ने इबादत खाने हुसैनी के अंदर उलेमा और मराजये इकराम की फोटो के साथ घिनौनी हरकत की है जिसकी हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं,यह एक असहनीय अपराध क्या है, समाज में नफ़रत पैदा करने और दुश्मनी कराने की एक नापाक साजिश है, जिसमें दुश्मन कभी कामयाब नहीं होगा
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इस्लामी घराना:
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हौज़ा / हम मजमा ए ओलमा वा ख़ोत्बा हैदराबाद द्वारा लंदन में हुई ख़ाके कर्बला की नीलामी की शर्मनाक घटना की कड़ी निंदा करते हैं और इसे कर्बला की घटना को हल्का…
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जी स्टूडियो कि मानसिक आतंकवादी असहनीय हैं। मौलाना अली हैदर फरिश्ता
हौज़ा/ प्रमुख मजमय उलेमा व खुतेबा हैदराबाद डेक्कन,शिया मुसलमान कभी भी आतंकवाद के पाप में शामिल नहीं रहे हैं। उल्टे उन्हें हर जगह आतंकवाद का शिकार बनाया…
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हौज़ा / ज्वाइंट एक्शन कमेटी फॉर मिसिंग पर्सनस के नेताओं और परिवारों की प्रेस कॉन्फ्रेंस, लापता व्यक्तियों की बरामदगी के लिए सरकार को दी गई डेडलाइन अब 31…
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हौज़ा/ अध्यक्ष जामिया मद्ररासीन हौज़ाये इल्मिया कुम ने कहां: जब बसीज लोगों से जुदा होते हैं तो खतरे सर उठाने लगते हैं,और यह वह समय है जब एक दुश्मन गंदे…
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हौज़ा/ मौलाना इब्ने अली साहब एक बाकमाल आलिम, बेहतरीन शायर और अदीब होने के साथ साथ एक अद्वितीय उपदेशक थे। उनका निधन देश के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है जिसकी…
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हौज़ा / आंध्र प्रदेश के शिया उलेमा बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि मफाद परस्त ट्रस्टी कहने को तो खुद को हुसैनी कहलाते हैं लेकिन उन्होेने अपने कारनामो से इनकारे…
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:दिन की हदीस
आंख के आंसू सूखने के कारण
हौज़ा/ हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में आंख के आंसुओं के खुश्क होने की वजह की ओर इशारा किया हैं।
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अहलेबैत (अ.स.) फाउंडेशन इंडिया के उपाध्यक्षः
पिता का अनुसरण, आज्ञाकारिता अली अकबर (अ.स.) के चरित्र का दर्पण है, मौलाना तकी अब्बास रिज़वी
हौज़ा / हज़रत अली अकबर (अ.स.) ने कम आयु मे कयामत तक आने वाली पीढ़ी को यह संदेश दिया है कि दिन में पाँच बार सजदे कर लेना ही इबादत नही, बल्कि माता-पिता विशेषकर…
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