۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
مولانا علی حیدر فرشتہ

हौज़ा/इस साल मुहर्रम के महीने को लेकर उत्तर प्रदेश के डीजीपी मुकुल गोयल द्वारा जारी सर्कुलर बहुत अफसोसनाक और शर्मनाक है.

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हैदराबाद /डेक्कन
मौलाना अली हैदर फरिश्ता अध्यक्ष मजमए उलेमा और खुतेबा हैदराबाद टक्कन हिंदुस्तान में अपने एक बयान में कहा कि निहायत अफसोस की बात है कि प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में यह खबर देखने को मिल रही है कि इस साल मुहर्रम के महीने को लेकर उत्तर प्रदेश के डीजीपी मुकुल गोयल ने एक सर्कुलर जारी किया है.वह बहुत अफसोसनाक और शर्मनाक है.
क्योंकि इसमें ऐसे झूठे और शर्मनाक आरोप लगाई गई है जो बहुत शर्म की बात है, हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम से प्रेम रखने वाले शोक संतप्त होते हैं, लेकिन मजलिसे इमाम हुसैन (अ) को बदनाम करने की घिनौनी साजिश की गई है,
चूंकि यह मामला इमाम हुसैन (अ.स) के मातम और आज़दारी से जुड़ा है।
यह किसी विशेष वर्ग या क्षेत्र तक सीमित नहीं है बल्कि इमाम हुसैन (अ.स.) का शोक मनाने वाले शियाओं, सुन्नियों, हिंदुओं, सिखों और ईसाइयों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है।
इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की कुर्बानी की अहमियत महात्मा गांधी के नारे और संदेशों में मौजूद है।
जिसकी बदौलत भारत को अंग्रेजों से आज़ादी मिली।
इसलिए हम उलेमा और खुतेबा हैदराबाद विधानसभा की ओर से उस सर्कुलर की कड़ी निंदा करते हैं।और भारत सरकार से इस विवादास्पद सर्कुलर को जल्द से जल्द वापस लेने का आग्रह करते हैं। और डीजेपी उत्तर प्रदेश माफी भी मांगी
अध्यक्ष मजमए उलेमा और खुतेबा हैदराबाद डेक्कन
तेलंगाना हिंदुस्तान
5 अगस्त 2021

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