۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
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हौज़ा/हौज़ाये इल्मिया कुर्दस्तान के सभ्यता संस्थान के उप प्रमुख ने कहा कि वहाबी और सलफी इस्लाम के नाम पर अपने कार्यों का निष्पादन कर रहे हैं तथा अपनी संपत्ति एवं शक्ति को पहचानने में लगे हुए हैं।किन्तु इसके बावजूद इन गुटों में शिया सुन्नी धर्मों की तरह कोई परिचय नहीं है और ये पूर्णत निराधार धर्म हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हौज़ाये इल्मिया कुर्दस्तान के सभ्यता संस्थान के उप प्रमुख हुज्जतुल इस्लाम सैय्यद तैफीक़ रिज़वी ने
कुर्दस्तान के इस्लामिक गणराज्य के शिक्षकों और छात्रों के एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, कि वहाबी और सलफी इस्लाम के नाम पर अपने कार्यों का निष्पादन कर रहे हैं तथा अपनी संपत्ति एवं शक्ति को पहचानने में लगे हुए हैं।किन्तु इसके बावजूद इन गुटों में शिया सुन्नी धर्मों की तरह कोई परिचय नहीं है और ये पूर्णत निराधार धर्म हैं।

कुर्दिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ सिविलाइजेशन के उप प्रमुख ने कहा कि इस्लाम के तीन मुख्य आधार हैं, विश्वास, नियम और नैतिकता और इन तीन नींवों में मज़बूत अध्याय हैं।
हौज़ाये इल्मिया के कुर्दस्तान संस्थान के उप प्रमुख ने कहां, कि दुनिया में लगभग 2 अरब मुसलमान हैं जो काफी बड़ी संख्या में हैं और इनमें अधिकांश शिया सुन्नी हैं तो शिया सुन्नी इत्तेहाद की महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है।
हुज्जतुल इस्लाम सैय्यद तैफीक़ रिज़वी ने कहां,कि रसूल अल्लाह स.ल.व.व.सिर्फ इस्लाम केवल इस्लामी दुनिया तक ही सीमित नहीं है,


उन्होंने कहा कि अल्लाह के रसूल स.ल.व.सभी मानव जाति और दुनिया के लिए आशीर्वाद और खुशी का कारण हैं। ईश्वर का धन्य अस्तित्व इस्लामी दुनिया तक सीमित नहीं हो सकता।
हौज़ाये इल्मिया के कुर्दस्तान संस्थान के उप प्रमुख ने कहां कि आज यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम सच्चे मुस्लिम हों, पैगंबर के सच्चे अनुयायी और विद्यार्थी हों।समाज में ईश्वर के धर्म का प्रचार करो और अच्छे आचरण का प्रदर्शन करने वाले मुहम्मद साहब के प्रचारक बनें।

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