हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई: ने कहां,दुआ की सिर्फ़ यह तासीर नहीं कि इंसान अपना दिल अल्लाह के क़रीब कर लेता है। यह तो हासिल होता ही हैंं
। इसके साथ ही उसे इल्म भी हासिल होता है। दुआ में तालीम भी है और पाकीज़गी थी।
इमाम ख़ामेनेई,19 जून 2009