गुरुवार 24 फ़रवरी 2022 - 01:01
रजब के महीने की दुआएं रूहानियत या अध्यात्म का समंदर हैं।

हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने कहां,दुआ की सिर्फ़ यह तासीर नहीं कि इंसान अपना ‎दिल अल्लाह के क़रीब कर लेता है। यह तो हासिल होता ही है इसके साथ ही उसे इल्म भी हासिल होता है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई: ने कहां,दुआ की सिर्फ़ यह तासीर नहीं कि इंसान अपना ‎दिल अल्लाह के क़रीब कर लेता है। यह तो हासिल होता ही हैंं

। इसके साथ ही उसे इल्म भी हासिल होता है। दुआ में ‎तालीम भी है और पाकीज़गी थी। ‎
इमाम ख़ामेनेई,‎19 जून 2009

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