हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,अमरोहा के जाफरी मोहल्ला में शुरू हुए अशरे की पहली मजलिस को संबोधित करते हुए मौलाना क़मर सुल्तान ने कहा कि इमाम हुसैन की मजलिसों में भाग लेने से व्यक्ति पापों से तो बचता ही है और अज्रे रिसालत भी अदा करता है।
मौलाना क़मर सुल्तान ने कहा कि दुनिया के हर हिस्से में एक ही समय में असंख्य मजलिसे आयोजित की जाती हैं और असंख्य लोग उनमें भाग लेते हैं। और जब तक मजलिस चलती है, मजलिस में बैठे लोग हर तरह के छोटे बड़े पापों से सुरक्षित रहते हैं।
मौलाना क़मर सुल्तान ने कहा कि दुनिया में मजलिसे हुसैन जैसा उपदेश देने का कोई दूसरा प्रभावी साधन नहीं है जो मनुष्य को डेढ़ घंटे तक पाप से बचा सके।
मजलिसे हुसैन अलैहिस्सलाम में बहुत सारे लोग शामिल हुए और मौलाना की यह बात सुनकर बहुत तारीफ की, यह मजलिस का सिलसिला 10 सफर तक जारी रहेगा,

हज़रत इमाम हुसैन (अ.स.) के ग़म में होने वाली मजलिसो से इंसान गुनाहों से दूर रहता है, मौलाना क़मर सुल्तान
हौज़ा / इमाम हुसैन (अ.स.) के ग़म में बरपा होने वाली मजलिसो के बहुत सारे फायदे हैं एक यह फायदा है कि इंसान गुनाहों से दूर रहता है।
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अज़ादारी-ए-इमाम हुसैन अ.स इत्तेहाद का मरकज़ हैं इसलिए हमने हमेशा मिम्बर से इत्तेहाद की दावत दी हैं : मौलाना कल्बे जवाद नक़वी
हौज़ा / मौलाना ने एक बार फिर शाह गंज जौनपुर के इलाक़े में पुलिस के ज़रिये ताज़िये की बेहुरमती की सख़्त अलफाज़ में मज़म्मत की। और कहा कि अब जबकि गाइडलाइन आ चुकी…
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अल्लाह ने इस ब्रह्मांड को मनुष्य के तसर्रुफ के लिए बनाया है, मौलाना शमशाद जाफ़री
हौज़ा / ब्रह्मांड के कण कण में अल्लाह का जलवा प्रकट होता है। ब्रह्मांड की हर चीज़ और हर खुश्क ओ तर पुकार पुकार कर कह रहा है कि कोई है जो उन्हें इस खूबसूरत…
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अज़ादारी इमामे हुसैन से हमें खुदा की बंदगी का दरस मिलता है, मौलाना रोमान रिज़वी
हौज़ा/ अल्हम्दुलिल्लाह अज़ादारी इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का सदका है, आज हमारी कौम के नौजवान मस्जिदों में नमाज़ कि सफ में भी नज़र आते हैं। और मातम जुलूस में…
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मुहर्रम कोई त्योहार नहीं बल्कि दुख का महीना और जुल्म के खिलाफ विरोध है, मौलाना कल्बे जवाद नक़वी
हौज़ा / मौलाना ने कहा कि उपमहाद्वीप में आज जहां भी उर्दू भाषा बोलने वाले लोग हैं, वहां अज़ादारी जिस रूप मे मनाई जाती है उसका खद्दो ख़ाल हजरत दिलदार अली…
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शैतान का नुमाइंदा, दौरे हाज़िर का अबू जहल वसीम मुर्तद, मौलाना डॉक्टर जुल्फिकार हुसैन
हौज़ा/ भारत सरकार से यह हमारी मांग है, वसीम मलउन को सख्त से सख्त सजा दें, अगर ना हो तो मुसलमान उसे सज़ा देने को तैयार है।
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हर युग में धर्म और मानवता की रक्षा के लिए विद्वानों ने निर्देश दिया है, मौलाना सैय्यद रज़ी जैदी
हौज़ा / मदरसा इस्लामी विद्वानों का गढ़ है और राष्ट्र के लिए एक अमूल्य सितारा है। उनका सम्मान हम सभी पर अनिवार्य है। विद्वान एक महान व्यक्तित्व है जो शैतान…
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हुसैनी मार्ग पर चलने का नाम ही कामयाबी हैं।हुज्जतुल इस्लाम मौलाना शबीहुल हसन खान
हौज़ा/मजलिस को खिताब फरमाते हुए मौलाना ने कहा कि हमेशा हुसैनी बनकर रहें और इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के बताए हुए मार्ग पर ।चलने की कोशिश करें
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सैय्यद मुशीर हुसैन की मौत, सिरसी के मोमेनीन के लिए बहुत बड़ा खसारा, मौलाना सैय्यद आफाक़ आलम जै़दी
हौज़ा / सैय्यद मुशीर हुसैन की मौत, मिल्लते इस्लामिया के लिए विशेष रूप से सिरसी के लोगों के लिए बहुत बड़ा घाटा है लेकिन अल्लाह के फैसले के सामने कोई चारा…
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विलायत, आईम्मा मासूमीन अ.स. के बाद फुकहा को हासिल हैं जिसे वलिये फकीह या रहबरे मुअज़्जम कहते हैं, मौलाना मिक़दाद हैदर रूहानी
हौज़ा/ विलायत ही अमल की जेहत तय करती है विलायक इंसान को मकसद और हदफ देती है, और यह मकसद और हदफ अल्लाह का वली बताइएगा, शरीर और आत्मा दोनों को मार्गदर्शन…
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हर मनुष्य अपनी मंशा के अनुसार काम करता है, हुज्जतुल इस्लाम अकीलुल ग़रवी
हौज़ा / इमाम जफ़र सादिक़ (अ.स.) ने कहा कि शाकले का अर्थ है मंशा और इरादा, हर मनुष्य अपनी मंशा और इरादे के अनुसार कार्य करता है, यह बहुत विचार योग्य बात…
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ज़िक्र अहले बैत अ.स. ज़िक्रे खुदा है, हमारे बच्चे इस हकीकत को समझे म्यूज़िक रूह का भोजन नहीं है। अल्लामा शहंशाह हुसैन नक़वी
हौज़ा/ कर्बला वाले हमें अल्लाह से करीब करने वाले लोग हैं यह वह शख्सियत है जो अल्लाह के करीब होने का बहुत बड़ा ज़रिया और वसीला है।
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कर्बला में इमाम हुसैन को मिली बाहरी और अंदरूनी जीत और यज़ीद हर मोर्चे पर नाकाम, मौलाना कल्बे जवाद नक़वी
हौज़ा / अज़ादारी सभी मुसलमानों द्वारा बिना किसी भेदभाव के मनाई जाती है, हालांकि, कुछ नासेबी हौ जो एक समूह (जमात) से संबंधित हैं, वे अहलेबैत की दुश्मनी…
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इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई की उपस्थिति में, आखिरी मजलिस हुसैनिया इमाम खुमैनी (र.ह) में हुई
हौज़ा/हुसैनिया इमाम खुमैनी (र.ह) में आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई की उपस्थिति में हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और उनके वफादार साथियों की याद में…
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बचपन में मुस्तक़बिल की दिशा तय कर लीजिए!
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां कि बचपन वह दौर है जिसमें हर आदमी को भविष्य को तय करने में बड़ा और…
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तंज़ीमुल मकातिब के संस्थापक मौलाना सैयद गुलाम अस्करी की मजलिसे तरहीमः
खतीबे आज़म मौलाना सैयद गुलाम असकरी ने धार्मिक चेतना पैदा की, आपकी मजलिस आज भी धार्मिक चेतना को आमंत्रित कर रही हैंः मौलाना सैयद सफी हैदर जैदी
हौज़ा / तंज़ीमुल मकातिब के सचिव मौलाना सफ़ी हैदर ज़ैदी ने कहा कि मौलाना सैयद ग़ुलाम अस्करी ताबे सराह वह शिक्षक है जिसने उस प्रणाली का निर्माण किया है जिसमें…
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ज़िन्दगी और मौत के अर्थ को समझना बहुत ज़रूरी है। मौलाना क़मर सुल्तान
हौज़ा/कर्बला का ज़िक्र सुनने के बाद अली के दिल में इंसानियत के लिए दर्द कितना था,आज अगर दुनिया में हज़रत अली की व्यवस्था लागू हो जाए तो दुनिया बदल सकती…
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