۴ آذر ۱۴۰۳ |۲۲ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 24, 2024
दिन की हदीस

हौज़ा/ हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में दीनी भाई के हक़ में एक अख्लाकी (नैतिक) सलाह कि है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "तोहफ ए ओकूल " पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:

:قال الامیر المومنین علیه السلام

اِقبَل عُذرَ أخيكَ، فَإِن لَم يَكُن لَهُ عُذرٌ فَالتَمِس لَهُ عُذرا


हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:


अपने दीनी भाई की गलती को कुबूल करो,और अगर उसके पास कोई बहाना ना हो तो खुद उसके लिए बहाना तलाश करो,
तोहफ ए ओकूल,पेंज 112

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