हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "बिहरूल अनवार" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامیر المومنین علیه السلام
الفِتَنُ ثلاثٌ : حُبُّ النِّساءِ و هُو سَيفُ الشَّيطانِ ، و شُربُ الخَمرِ و هُو فَخُّ الشَّيطانِ ، و حُبُّ الدِّينارِ و الدِّرهَمِ و هُو سَهمُ الشَّيطانِ ، فَمَن أحَبَّ النِّساءَ لم يَنتَفِعْ بعَيشِهِ ، و مَن أحَبَّ الأشرِبَةَ حَرُمَت علَيهِ الجَنّةُ ، و مَن أحَبَّ الدِّينارَ و الدِّرهَمَ فهُو عَبدُ الدنيا
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
फितने तीन हैं:औरतों से मोहब्बत जो की शैतान की तलवार है, शराब पीना जो कि शैतान का जाल है,और दिरहम और दीनार से मोहब्बत जो कि शैतान का तीर है।
जो न महरम महिलाओं से मोहब्बत करता है उसने अपनी जिंदगी को बर्बाद कर दिया, जो शराब को पसंद करता है उसके ऊपर जन्नत हराम है,और जो दिरहम और दीनार से मोहब्बत करता हैं वह दुनिया का गुलाम है।
बिहरूल आनवार,73/140/12