۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
दिन की हदीस

हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व.ने एक रिवायत में सवाल के माध्यम से माहे रमज़ानुल मुबारक की अजमत को बयान किया हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "आमालिये सदुक" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:

:قال رسول الله صلی الله علیه وآله وسلم

مَنْ لم يُغفَرْ لَهُ في شَهرِ رمضانَ ففِيأيِّ شهرٍ يُغفَرُ لَهُ ؟!


हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व.ने फरमाया:


जिस की मग़फिरत माहें रमज़ान में नहीं होगी तो फिर उसकी मग़फिरत किस महीने में होगी ?
आमालिये सदुक 79/107

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