۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
रन्नों

हौज़ा/15 जून ,रविवार को उत्तर प्रदेश के जिला जौनपुर रन्नों में हौज़ा इल्मिया इमाम ए मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम (मॉडर्न एजुकेशन सेंटर) की बुनियाद रखी गई जिसमें बड़ी संख्या में मोमिनीन उपस्थित रहे

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,रन्नो जौनपुर। 15 जून बरोज़ रविवार को हौज़ा इल्मिया इमाम ए मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम (मॉडर्न एजुकेशन सेंटर) कि संगे बुनियाद अलहाज नज़र अब्बास ख़ाँ साहब व मौलाना मोहम्मद रज़ा ख़ाँ साहब के हाथों बर्रे पट्टी रन्नो, जौनपुर में रखी गई।

इस संगे बुनियाद का आगाज़ जर्रार ख़ाँ ने हदीसे किसा के ज़रिए किया इस मौक़े पर ओलमा ए इकराम मौजूद थे जिसमें हौज़े के प्रमुख आली जनाब मौलाना आज़ादार अब्बास ख़ाँ साहब, मौलाना डॉक्टर गुलज़ार ख़ाँन साहब, मौलाना मोहम्मद रज़ा ख़ाँ साहब, मौलाना हसन अकबर ख़ाँ साहब सचिव ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड, मौलाना रज़ा हैदर ख़ाँ साहब, मौलाना मोअज्ज़म हुसैन घोसी, मौलान कासिम अख़्तर घोसी, व दीगर अफराद रहे।

इस मौक़े पर मौलाना मोहम्मद रज़ा ख़ाँ साहब ने इल्म की तारीफ की और कहा यह हौज़ा फक़त रन्नों का नहीं बल्कि पूरी बिरादरी का है। इसमें हर किसी को हिस्सा लेना चाहिए और ताऊन भी करना चाहिए। मौलाना हसन अकबर साहब ने अपने बयान में बताया कि इल्म ऐसी दौलत है जिसकी हमें हिफाज़त नहीं करनी पड़ती यह हमारी हिफाज़त करती है, मौलाना ने कहा कि रन्नो में हौज़ो की बहुत सख्त ज़रूरत थी जिसे मौलाना आज़ादार अब्बास ख़ाँ साहब ने पूरा किया।

अब इस हौज़े के जरिए रन्नो ही नहीं बल्कि मुल्क के तमाम शहरों के लोग यहां आकर इल्म हासिल कर सकते हैं और दीन की ख़िदमत कर सकते हैं। रन्नो में हौज़े की सख़्त ज़रूरत थी जिसे मौलाना ने पूरा किया इस हौज़े के बानी मौलाना अज़दार अब्बास ख़ाँ साहब हैं जिनकी मेहनत और मशक्कत से यह काम शुरू हो रहा है मौलाना हसन अकबर साहब के संरक्षण में यहां पर सारा काम होगा

जिसमें उन्होंने बताया कि क्लासरूम, कंप्यूटर रूम, लाइब्रेरी और तमाम मॉडर्न सुविधा का यहां पर इंतजाम किया जाएगा इस एदारे में मॉडर्न एजुकेशन की भी व्यवस्था रहेगी जिसके लिए काबिल टीचरों की नियुक्ति की जाएगी। जलसे का संचालन कर रहे मौलाना हसन अकबर खान साहब ने आए हुए तमाम मोमिनीन का शुक्रिया अदा किया और दुआ की जल्द से जल्द यह हौज़ा तमीर हो ताकि ईल्म की राह आसान हो और रन्नों का एक और नए क्षेत्र में नाम रौशन हो। इस मौक़े पर मोहम्मद हसन बाबू भाई, मास्टर अलमदार, सिब्ते हसन, शमशीर हसन शमसैन, दिलशाद भाई, अबुल हसन, मोहम्मद अब्बास, काज़िम खान,बेटू, जमाल खान साहब व दीगर मोमिनीन ए रन्नो मौजूद रहे।

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