हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के इस्लामी क्रांति के संस्थापक हजरत इमाम खुमैनी रिजवान उल्लाह अलैह की पुण्यतिथि के अवसर पर, जहां उन्हें पूरी दुनिया में अलग-अलग तरीकों से याद किया जा रहा है, इस साल पुणे में जैसे साथ ही, विलायत यूथ काउंसिल युवाओं और किशोरो की एक समिति ने हजरत इमाम खुमैनी को श्रद्धांजलि देने के लिए हजरत रजा शाह फकीर तकिया शिया आसन आशरी ट्रस्ट में एक सहानुभूति बैठक आयोजित की। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
हुज्जत-उल-इस्लाम मौलाना सैयद कुमैल असगर जैदी साहब और हुज्जत-उल-इस्लाम मौलाना सैयद मुहम्मद असलम रिजवी साहिब ने सभा को संबोधित किया और इमाम राहील के जीवन पर अपने तरीके से प्रकाश डाला।
वक्ताओं से पहले अली रज़ा सखावत अली ने अपनी कविताओं के माध्यम से इमाम राहील को याद किया और नवागंतुकों ने प्रसिद्ध गान सलाम फरमांडा का पाठ करके सभा में प्राण फूंक दिए। गौरतलब है कि इस बैठक के संचालक की भूमिका महामहिम मौलाना डॉ. शाबिया अल हसन काजमी साहब ने निभाई थी।